प्रधानमंत्री आवास योजना उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण है, जिनका सपना है अपना खुद का घर होना लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह इसे पूरा नहीं कर पाते। यह योजना खास तौर पर ऐसे परिवारों के लिए शुरू की गई है जो समाज के कमजोर और वंचित वर्ग से आते हैं और जिनके पास रहने के लिए पक्की छत नहीं है। सरकार ने इस योजना की आखिरी तारीख को बढ़ाकर दिसंबर 2025 कर दिया है, जिससे अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
अगर आपने पहले से इस योजना में आवेदन किया है और जानना चाहते हैं कि आपका नाम सूची में है या नहीं, तो इसके लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे ही ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन की स्थिति को देख सकते हैं। अब तक इस योजना के अंतर्गत देशभर में लगभग 92 लाख से अधिक मकान बनकर तैयार हो चुके हैं, जिससे यह योजना कितनी प्रभावशाली और सफल रही है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
इस योजना को दो हिस्सों में बांटा गया है – शहरी और ग्रामीण। शहरी योजना के तहत वे लोग पात्र हैं जिनकी सालाना आय 3 लाख रुपये तक है और जिनके पास पक्का मकान नहीं है। वहीं निम्न आय वर्ग और मध्यम आय वर्ग के लोग भी अलग-अलग श्रेणियों में इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। खास बात यह है कि झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले परिवारों को भी इस योजना में शामिल किया गया है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके।

ग्रामीण योजना की बात करें तो इसमें वही परिवार पात्र हैं जिनका नाम सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना में दर्ज है और जो बिना घर के या केवल एक-दो कमरों वाले कच्चे मकानों में रहते हैं। हालांकि, कुछ शर्तें भी हैं, जैसे जिन लोगों के पास पहले से पक्का मकान है, या जिनके पास वाहन या कृषि उपकरण हैं, वे इस योजना का लाभ नहीं ले सकते।
अगर आप शहरी क्षेत्र में रहते हैं और आवेदन करना चाहते हैं तो इसके लिए सरकार ने एक आसान प्रक्रिया बनाई है। सबसे पहले आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा, वहां आवेदन से जुड़ा लिंक मिलेगा जिस पर क्लिक कर आप अपने आधार नंबर से वेरीफिकेशन कर सकते हैं। सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करने और विवरण भरने के बाद फॉर्म को सबमिट किया जा सकता है। वहीं ग्रामीण योजना में आवेदन करने के लिए आपको संबंधित पोर्टल पर जाकर अपनी जानकारी भरनी होगी और यदि आप पात्र हैं तो आपके विवरण स्वतः भरे जाएंगे।
जरूरी दस्तावेजों की बात करें तो शहरी योजना के लिए आधार कार्ड, बैंक खाता, निवास प्रमाण पत्र और जमीन से जुड़े दस्तावेज जरूरी होते हैं। वहीं ग्रामीण योजना में अतिरिक्त तौर पर मनरेगा जॉब कार्ड, स्वच्छ भारत मिशन से जुड़ा नंबर और एक शपथ पत्र जिसमें यह स्पष्ट हो कि आपके पास पक्का मकान नहीं है, वह भी देना होता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि यह लाखों परिवारों के लिए अपने सपनों को हकीकत में बदलने का मौका है। यह सरकार की एक ऐसी पहल है जो आमजन की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने की दिशा में एक ठोस कदम है। यदि आप भी इस योजना के पात्र हैं और अब तक आवेदन नहीं किया है, तो यह सही समय है अपने सपने को घर की चौखट तक पहुंचाने का।