राजस्थान में इस बार गर्मियों की शुरुआत से पहले ही स्कूलों के छात्रों को राहत की सौगात मिल गई है। शिक्षा विभाग ने राज्यभर के सभी स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है, जिससे बच्चों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। 17 मई से लेकर 31 जून 2025 तक के इस अवकाश के दौरान सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे और अब स्कूल पुनः 1 जुलाई से खुलेंगे। छात्रों के लिए यह लगभग डेढ़ महीने का लंबा ब्रेक है, जिसमें वे न केवल तपती गर्मी से बच पाएंगे, बल्कि परिवार के साथ बेफिक्री से समय भी बिता सकेंगे।

छुट्टियों के ऐलान के साथ ही छात्रों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है। हर साल की तरह इस बार भी गर्मियों की छुट्टियों का इंतजार बच्चों को लंबे समय से था। जैसे ही स्कूलों में इसकी जानकारी दी गई, विद्यार्थियों ने घर पहुंचते ही यह खबर सबसे पहले अपने माता-पिता को सुनाई। छोटे बच्चों से लेकर बड़े छात्रों तक, सभी ने अपने-अपने तरीके से छुट्टियों का जश्न मनाने की योजनाएं बनाना शुरू कर दिया है।
इससे एक दिन पहले यानी 16 मई को पैरंट्स-टीचर मीटिंग का आयोजन भी स्कूलों में किया गया था। इस बैठक में अभिभावकों, शिक्षकों और छात्रों की मौजूदगी अनिवार्य रही। यहां साल भर के शैक्षणिक प्रदर्शन, परीक्षा परिणाम और भविष्य की तैयारी को लेकर बातचीत हुई। मीटिंग के बाद अब सभी स्कूलों में दरवाजे बंद हो चुके हैं और छुट्टियों का आधिकारिक आरंभ हो गया है।
School Summer Vacation
गर्म मौसम को देखते हुए यह फैसला राज्य सरकार की एक सराहनीय पहल के रूप में देखा जा रहा है। शिक्षा विभाग का मानना है कि बढ़ते तापमान में यदि स्कूल खुले रहते हैं, तो इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में यह निर्णय न केवल व्यावहारिक है, बल्कि विद्यार्थियों की सुरक्षा और आराम को प्राथमिकता देने वाला भी है।
छुट्टियों से पहले सभी सरकारी स्कूलों को वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम 16 मई तक घोषित करने के निर्देश दिए गए थे। इस बार पहली बार राज्य स्तर पर 9वीं और 11वीं की परीक्षा को एक समान ढांचे में आयोजित किया गया। इनका परिणाम अब शाला दर्पण पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। सरकारी स्कूलों को अब नोडल विद्यालय से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है, जबकि निजी स्कूलों को परिणाम घोषित करने से पहले संबंधित नोडल विद्यालय से अनुमोदन लेना होगा।
छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों के लिए भी यह अवकाश एक तरह से नई ऊर्जा के साथ वापसी का अवसर बनता है। शिक्षक भी इस दौरान अपनी तैयारियों को नया रूप दे सकते हैं। वहीं छात्रों के लिए यह समय सिर्फ आराम करने या यात्रा पर जाने का नहीं है, बल्कि वे चाहें तो अपनी रुचियों को विकसित करने, किताबें पढ़ने या नई चीजें सीखने में भी लगा सकते हैं।
इस बार का ग्रीष्मकालीन अवकाश राजस्थान के बच्चों के लिए न केवल गर्मी से बचने का जरिया है, बल्कि यह उनका एक बहुप्रतीक्षित पल भी है, जिसका हर छात्र इंतजार करता है। अब जब स्कूल 1 जुलाई से दोबारा खुलेंगे, तो बच्चे नई ऊर्जा और ताजगी के साथ पढ़ाई की ओर लौटेंगे।